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कैसे हैं आईफोन 6 और 6 प्लस

एप्पल का लॉन्च इवेंट एक ऐसा मौका होता है जिसका इंतजार पूरी दुनिया को रहता है, और इस बार एप्पल ने एक साथ कई लॉन्च किए हैं। दो नए फोन एप्पल आई फोन 6 और 6 प्लस, विएरेबल डिवाइस एप्पल वॉच और एक पेमेंट गेटवे सिस्टम एप्पल पे। तो कैसे हैं एप्पल के ये मल्टिपल लॉन्च, क्या है इनमें नया
और खास। इसी पर आज हम कर रहे हैं खास चर्चा।


आईफोन के दीवानों का इंतजार खत्म हो गया है। एप्पल ने 2 नए आईफोन, आईफोन 6 और आईफोन 6 प्लस से पर्दा उठा दिया है। आईफोन 6 की स्क्रीन 4.7 इंच की है वहीं आईफोन 6 प्लस की स्क्रीन 5.5 इंच की है। दोनों ही फोन एप्पल के आईफोन 5 से पतले हैं। आईफोन 6 की बॉडी मात्र 6.9 मिलीमीटर मोटी है वहीं आईफोन 6 प्लस की बॉडी 7.1 मिलीमीटर की है। इसमें होम स्क्रीन के लिए भी खास लैंडस्कैप व्यू दिया गया है।
दोनों फोन एप्पल के आईओएस 8 के साथ लॉन्च हुए हैं। इनमें एप्पल की ए8 चिप का इस्तेमाल किया गया है। अमेरिका में आईफोन 6 की कीमत 649 डॉलर और आईफोन 6 प्लस की कीमत 749 डॉलर है। भारत में दोनों नए आईफोन 26 सितंबर से मिलने शुरू होंगे।

फोन को देखते ही सबसे पहली बात जो पसंद आती है वो है इसका साइज। जैसी की उम्मीद थी दोनों ही नए आईफोन अब तक के सभी आईफोन्स से साइज में बड़े हैं। सिर्फ बड़े ही नहीं दोनों फोन पिछले मॉडल्स से पतले भी हैं। आईफोन 6 का स्क्रीन साइज 4.7 इंच है और आईफोन 6 प्लस की स्क्रीन 5.5 इंच की है। दोनों ही फोन में खासियतों की भरमार है। बड़े डिस्प्ले के साथ ही इनमें हाई-स्क्रीन रेजोल्यूशन के लिए रेटिना एचडी टेक्नोलॉजी वाली स्क्रीन लगी है।

दोनों ही आईफोन में आईओएस 8 प्रोसेसर लगा है। यह एप्पल का अब तक का सबसे लेटेस्ट प्रोसेसर है। साथ ही इसमें ए8 चिप दिया गया है जिससे प्रोसेसर 25 फीसदी तेज होगा और ग्राफिक इमेज 50 फीसदी ज्यादा तेजी से काम करेगा।
इन दोनों आईफोन्स में बैटरी में भी सुधार किया गया है और इन फोन्स में अन्य साधारण स्मार्टफोन की तुलना में 50 फीसदी अधिक बैटरी बैकअप की सुविधा है। आईफोन 6 14 घंटे का 3जी टॉकटाइम और 10 घंटे का इंटरनेट ब्राउजिंग टाइम देने का दावा करता है। वहीं, आईफोन 6 प्लस में आप 24 घंटे का 3जी टॉकटाइम और 12 घंटे की बेव ब्राउजिंग कर सकेंगे।
आईफोन 6 और आईफोन 6 प्लस में 8 मेगा पिक्सल आईसाइट कैमरा है। ये एक ऐसी तकनीक है जो एक एसएलआर कैमरे की तरह बताएगा कि आपकी फोटो फोकस में है या नहीं। साथ ही आईफोन 6 प्लस में ऑप्टिकल इमेज स्टेबलाइजेशन टेक्नोलॉजी है जो कम लाइट में भी बेहतरीन पिक्चर क्वालिटी देगी।

आईफोन के ये दोनों फोन फिंगर प्रिंट आइडेंटिटी सेंसर से लैस हैं। कंपनी का दावा है कि ये एक बेहतरीन सेफ्टी फीचर है। वहीं सेफ्टी की बात कर रहे हैं तो आपको बता दें कि एप्पल ने नए तरह का पेमेंट गेटवे एप्पल पे लॉन्च किया है। कंपनी का दावा है कि ये सबसे सुरक्षित है क्योंकि इसमें आपके पेमेंट की जानकारी कहीं भी सेव नहीं होती है और ना ही दुकानदार को क्रेडिट कार्ड देना होता है। यानि आईफोन यूजर्स को दुकानों पर बटुआ लेकर नहीं जाना पड़ेगा।
आईफोन 6 और आईफोन 6 प्लस को एपल ने 3 मेमोरी वैरिएंट के साथ उतारा है। ये फोन 16जीबी, 64जीबी, 128जीबी इंटरनल मेमोरी के साथ मिलेंगे। आईफोन 6 और आईफोन 6 प्लस की कीमतें अमेरिका में 199 से 499 डॉलर के बीच हैं। यह 2 साल के कॉन्ट्रैक्ट के साथ मिलेगा। नए आईफोन्स सफेद, गोल्ड और ग्रे रंगों में 19 सितंबर से अंतर्राष्ट्रीय बाजार में मिलेंगे। भारत में इनकी ब्रिकी 17 अक्टूबर से शुरू होगी।


हालांकि भारत में इसकी कीमत क्या होगी ये अभी कंपनी ने साफ नहीं किया है। एप्पल ने आईफोन के साथ ही आईवॉच भी लॉन्च किया है। इसमें फिटनेस ट्रैकर जैसे कई एप्लिकेशन हैं। इसका डिस्प्ले टचस्क्रीन है। स्मार्टवॉच की कीमत 21,000 के करीब है और ये अगले साल की शुरुआत तक मार्केट में आएगा।
एप्पल और आईफोन की महिमा से दिग्गज कॉरपोरेट्स भी प्रभावित नजर आ रहे हैं। एप्पल की तारीफ करते हुए महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने ट्वीट किया है कि एकमात्र कॉरपोरेट पावर जिसकी सभी कंपनियों को चाहत होती है वो ये है कि जब आप अपने किसी प्रोडक्ट से पर्दा उठाएं, तो सारी दुनिया सांस थाम कर उसका इंतजार करे।

एप्पल ने पेमेंट दुनिया का चेहरा पूरी तरह बदल दिया। कंपनी ने एप्पल पे से पर्दा उठाया। एप्पल पे के आने के बाद क्रेडिट और डेबिट कार्ड की जरूरत ही खत्म हो जाएगी। एप्पल ने नया पेमेंट गेटवे एप्पल पे लॉन्च किया जिसके जरिए आप आईफोन से ही शॉपिंग कर पाएंगे। एप्पल पे कॉन्टैक्टलेस क्रेडिट कार्ड की तरह काम करेगी।
एप्पल पे आईफोन 6, आईफोन 6 प्लस, एप्पल वॉच में उपलब्ध है। एप्पल वॉच की मदद से ये सुविधा में भी आईफोन 5, आईफोन 5सी और आईफोन 5एस में भी मिल पाएगी। हालांकि अमेरिका में अक्टूबर के बाद ही सुविधा शुरू हो पाएगी। एप्पल पे के जरिए आईफोन का होम बटन टच कर पेमेंट, कार्ड नंबर देने का झंझट खत्म हो जाएगा।
इसकी खास बात ये है कि रिटेलर से कोई डाटा शेयर नहीं होगा। इसके लिए आईट्यून से क्रेडिट कार्ड लिंक होगा। फोन के आईसीइट कैमरे से भी क्रेडिट कार्ड लिंक कर सकते हैं। कार्ड एप्पल पे की फाइल के साथ लोड हो जाएगा। इससे आप रिटेल स्टोर या ऑनलाइन पेमेंट कर पाएंगे। इसके लिए ग्राहक कार्ड रीडर के सामने अपना आईफोन रखेगा और फिंगरप्रिंट सेंसर पर उंगली रखते ही पेमेंट पूरा हो जाएगा।


सुरक्षा की दृष्टि से एप्पल पे सबसे सुरक्षित बताया जा रहा है क्योंकि टच आईडी से पुष्टि के बाद ही पेमेंट होगा। हर ट्रांजैक्शन के लिए नया सिक्योरिटी कोड इस्तेमाल होगा और क्रेडिट कार्ड के सिक्योरिटी कोड का इस्तेमाल नहीं नहीं होगा। फोन चोरी होने पर फाइंड माई आईफोन से पेमेंट डिटेल खत्म हो जाएगी और साथ ही खास बात ये है कि एप्पल किसी भी ट्रांजैक्शन को ट्रैक नहीं करेगी।
एप्पल पे सुविधा फिलहाल अमेरिका के बड़े बैंकों के कार्ड पर मिलेगी। ये सुविधा वीजा, मास्टरकार्ड, अमेरिकन एक्सप्रेस कार्ड पर मिलेगी और इसके लिए 258 एप्पल स्टोर के साथ बड़े रिटेल स्टोर लिंक हो जाएंगे।

क्या कहते हैं एक्सपर्ट

CNET- आप अगर आईफोन का यूजर एक्स्पीरियंस बड़ी स्क्रीन साइज में चाहते हैं तो आईफोन 6 अच्छा रहेगा, लेकिन अगर आपको पुराने आईफोन साइज में दिक्कत नहीं है तो अपग्रेड करने के बहुत ठोस कारण नहीं है। शुरुआती तौर पर नए ए8 प्रोसेसर की स्पीड और ग्राफिक सुधार पिछले साल के ए7 से बहुत फर्क नहीं दिखते हैं। हां, 64 और 128 जीबी जितनी स्टॉरेज कई लोगों को लुभा सकती है।


Forbes- आईफोन के ये दोनों नए मॉडल ऐपल के अब तक के सबसे बड़े डिजाइन चेंज की मिसाल हैं्। इनका यूएसपी ही इनकी बड़ी स्क्रीन, एल्युमिनियम बॉडी, बेहतर बैटरी लाइफ, ज्यादा मेमरी, एनएफसी कनेक्टिविटी और ऐपल पे जैसे फीचर हैं। सफायर स्क्रीन का न होना थोड़ा निराश करता है, आईफोन6 की स्क्रीन का रेजॉलूशन उम्मीद से कम है, लेकिन आपको ध्यान रखना होगा कि ऐपल ने बहुत बड़ा बदलाव किया है और उसके हिसाब से ये कमियां बहुत खास नहीं हैं। आईफोन 6 ज्यादा बेहतर सेट है और ऐपल ने आखिर कर दिखाया।

The Verge - आईफोन 6- यह बहुत बड़ा नहीं लगता है और हाथ में आराम से फिट होता है। आईफोन 6 प्लस भले ही काफी बड़ा फील होता है। कम से कम इसमें आप एक हाथ से ऑपरेट कर सकते हैं। बहुत हल्का और स्लिम है। शुरुआती इस्तेमाल में फोन की स्पीड अच्छी लगी। इसकी अधिकतर खूबियां अंदर छिपी हैं, मसलन नया कैमरा सॉफ्टवेयर, सेल्फी में सुधार, C8 मोशन को प्रोसेसर.. ये सब सॉफ्टवेयर आधारित हैं। फॉर्म फैक्टर से आप कह सकते हैं कि ऐपल ने सही राह पकड़ी है।


आईफोन 6 प्लस- बड़ी साइज का आईफोन आ रहा है, ये खबरें पहले से लीक थीं, लेकिन इसकी बॉडी के थिन होने से आपको अहसास नहीं होता कि स्क्रीन का साइज इतना बढ़ गया है, लेकिन कई लोगों के लिए एक हाथ से काम करना आसान नहीं होगा। स्क्रीन तो गजब की है, जो टच एक्स्पीरियंस को बेहतर करती है। यह कुछ वैसा फोन है जैसा कि हम आईपैड मिनी आने के बाद से चाह रहे थे।
Mashable- अगर बड़ी स्क्रीन आपके लिए बहुत मायने रखती है तो आईफोन 6 प्लस अच्छा फोन है, यह बड़ी तो है ही, इसकी चमक और शार्पनेस अनूठी है। आईफोन 6 से यह थोड़ा भारी है। लेकिन आप फैब्लेट के मूड में नहीं हैं, तो आईफोन 6 बेहतर है। पहले से बड़ी स्क्रीन का स्पेस तो मिल ही रहा है, साथ ही आसानी से इस्तेमाल भी कर सकेंगे। आपकी जेब भी थैंक्स कहेगी।

तुलना बाकी स्मार्टफोन से


ऐपल आईफोन 6- 4,7 इंच स्क्रीन, 326 पिक्सल/इंच, (5.5 इंच और 401 पीपीआई 6 प्लस में) आईओएस 8 ऑपरेटिंग सिस्टम, 8 मेगापिक्सल रियर और 1.2 मेगापिक्सल फ्रंट कैमरा, 64 Bit ए 8 प्रोसेसर, 16, 64 और 128 जीबी फिक्स मेमरी, फिक्स बैटरी
सैमसंग गैलक्सी S5- 5.1 इंच स्क्रीन, 432 पिक्सल/इंच, एंड्रॉयड किटकैट, 16 मेगापिक्सल रियर कैमरा, 2 मेगापिक्सल फ्रंट कैमरा, 2.5 गीगाहर्त्ज स्नैपड्रैगन क्वालकॉम 801 क्वॉड-कोर प्रोसेसर, 16 या 32 जीबी फिक्स और एक्सटेंडेबल मेमरी, 2800 मिली एंपियर रिमूवेबल बैटरी
एचटीसी वन एम 8- 5 इंच स्क्रीन 441 पीपीआई, ऐंड्रॉयड किटकैट, 4 अल्ट्रापिक्सल रियर कैमरा, 5.1 मेगापिक्सल फ्रंट कैमरा, 2.3 गीगाहर्त्ज स्नैपड्रैगन क्वॉलकॉम 601 क्वॉड-कोर प्रोसेसर, 16 या 32 जीबी इनबिल्ट मेमरी और 128 जीबी तक एक्सपेंडेबल, 2600 मिली एंपियर फिक्स बैटरी

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